● गर्मियों में सूरज की ताप इतनी तेज होती है कि वह शरीर को अंदर तक झुलसा कर रख देती है। इसलिये गर्मियों को दूर करने के लिये केवल कोल्ड ड्रिंक या आइसक्रीम पर ही निर्भर न रहें। इसके लिये जरुरी है कि आप अपने आहार में ढेर सारी पानी वाली सब्जियां शामिल करें जिससे कभी भी आपके शरीर में पानी की कमी ना हो।
● गर्मियों में तमाम बीमारियां शरीर को घेर लेती हैं, इसलिये ऐसी सब्जियों का सेवन कीजिये जिसमें ढेर सारा पोषण और जल हो। फायदे हम आपको कुछ ऐसी सेहतमंद सब्जियां बताएंगे जो आपको गर्मियों के दिनों में खानी चाहिये। इन्हें खाने से आप का पेट भी ठीक रहेगा और शरीर भी हमेशा तर रहेगा। आइये जानते हैं कौन सी हैं वे हेल्दी सब्जियां।
1) कद्दू :-
कद्दू गर्मियों के दिनों में काफी बिकता है। इसे खाने से पेट बिल्कुल साफ रहता है। यह पेट के कीड़ों को सफाया करती है। इसमें पोटैशियम और फाइबर काफी मात्रा में पाये जाते हैं। यह ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल करता है। यह त्वचा की कई बीमारियों को भी ठीक करता है। इसके अलावा यह ब्लड शुगर लेवल को और आंत को भी ठीक रखता है। इसलिये मधुमेह पीडितों को कद्दू खाने को बोला जाता है।
कद्दू गर्मियों के दिनों में काफी बिकता है। इसे खाने से पेट बिल्कुल साफ रहता है। यह पेट के कीड़ों को सफाया करती है। इसमें पोटैशियम और फाइबर काफी मात्रा में पाये जाते हैं। यह ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल करता है। यह त्वचा की कई बीमारियों को भी ठीक करता है। इसके अलावा यह ब्लड शुगर लेवल को और आंत को भी ठीक रखता है। इसलिये मधुमेह पीडितों को कद्दू खाने को बोला जाता है।
2) करेला :-
करेला त्वचा से फोड़े, फुन्सी, रैश, फंगल इंफेक्शन और दाग को पैदा होने से रोकता है। इससे हाई बीपी और मधुमेह भी काबू में रहता है।
करेला त्वचा से फोड़े, फुन्सी, रैश, फंगल इंफेक्शन और दाग को पैदा होने से रोकता है। इससे हाई बीपी और मधुमेह भी काबू में रहता है।
3) लौकी :-
लौकी ज्यादातर लोगों को काफी पसंद है। इसमें ढेर सारा पानी होता है और यह खाने में मीठी होती है। इसे खाने से गर्मी दूर होती है और यह पेट के सभी रोग जैसे, एसिडिटी और अपच को दूर करती है। लौकी में सोडियम होता है।
लौकी ज्यादातर लोगों को काफी पसंद है। इसमें ढेर सारा पानी होता है और यह खाने में मीठी होती है। इसे खाने से गर्मी दूर होती है और यह पेट के सभी रोग जैसे, एसिडिटी और अपच को दूर करती है। लौकी में सोडियम होता है।
4) चवली :-
चवली एक साग होता है जो कि गर्मियों के दिनों में काफी ज्यादा बिकता है। यह काफी ज्यादा पौष्टिक होता है। इसे चाइनीज़ स्पिनिच भी कहते हैं। इसमें ढेर सारा विटामिन ए, बी6 और विटामिन सी होता है। इसमें गर्मी भगाने वाला तत्व होता है। साथ ही यह सास की बीमारी को दूर करती है इसके अलावा यह मलेरिया बीमारी को भी दूर करती है, जो कि गर्मियों में एक आम बीमारी है।
चवली एक साग होता है जो कि गर्मियों के दिनों में काफी ज्यादा बिकता है। यह काफी ज्यादा पौष्टिक होता है। इसे चाइनीज़ स्पिनिच भी कहते हैं। इसमें ढेर सारा विटामिन ए, बी6 और विटामिन सी होता है। इसमें गर्मी भगाने वाला तत्व होता है। साथ ही यह सास की बीमारी को दूर करती है इसके अलावा यह मलेरिया बीमारी को भी दूर करती है, जो कि गर्मियों में एक आम बीमारी है।
5) तुरई :-
यह सब्जी खून को साफ करती है, ब्लड शुगर को नियंत्रित करती है और पेट के लिये बड़ी ही अच्छी मानी जाती है।
यह सब्जी खून को साफ करती है, ब्लड शुगर को नियंत्रित करती है और पेट के लिये बड़ी ही अच्छी मानी जाती है।
6) एश गार्ड या पेठा :-
यह गर्मियों में शरीर को ठंडा और स्वस्थ रखता है। इसमें 96% पानी होता है जो कि हीट स्ट्रोक से बचाता है। इसमें ढेर सारा पौष्टिक तत्व होता हैद्य। साथ ही इसमें vitamin B1 और vitamin B3 भी पाया जाता है। यह ब्लड प्रेशर को ठीक करता है। यह अस्थमा, खून से जुडी बीमारी और किडनी स्टोन को ठीक करता है।
यह गर्मियों में शरीर को ठंडा और स्वस्थ रखता है। इसमें 96% पानी होता है जो कि हीट स्ट्रोक से बचाता है। इसमें ढेर सारा पौष्टिक तत्व होता हैद्य। साथ ही इसमें vitamin B1 और vitamin B3 भी पाया जाता है। यह ब्लड प्रेशर को ठीक करता है। यह अस्थमा, खून से जुडी बीमारी और किडनी स्टोन को ठीक करता है।
7) खीरा : -
खीरे में 96% तक पानी पाया जाता है, जिससे शरीर हमेशा तर रहता है और उसका तापमान नियंत्रित रहता है। खीरे में बहुत सारा पोटैशियम, मैग्नीशियम और फाइबर पाया जाता है, जिससे ब्लड प्रेशर हमेशा नियंत्रित रहता है।
खीरे में 96% तक पानी पाया जाता है, जिससे शरीर हमेशा तर रहता है और उसका तापमान नियंत्रित रहता है। खीरे में बहुत सारा पोटैशियम, मैग्नीशियम और फाइबर पाया जाता है, जिससे ब्लड प्रेशर हमेशा नियंत्रित रहता है।
8) पालक :-
पालक में विभिन्न खनिज लवण जैसे कैल्सियम, मैग्नीशियम ,लौह, तथा विटामिन ए, बी, सी आदि प्रचुर मात्रा में पाया जाते हैं। इसके अतिरिक्त यह रेशेयुक्त, जस्तायुक्त होता है। इन्हीं गुणों के कारण इसे जीवन रक्षक भोजन भी कहा जाता हैं।
पालक में विभिन्न खनिज लवण जैसे कैल्सियम, मैग्नीशियम ,लौह, तथा विटामिन ए, बी, सी आदि प्रचुर मात्रा में पाया जाते हैं। इसके अतिरिक्त यह रेशेयुक्त, जस्तायुक्त होता है। इन्हीं गुणों के कारण इसे जीवन रक्षक भोजन भी कहा जाता हैं।
9) शिमला मिर्च :-
शिमला मिर्च चाहे जिस रंग कि हो उसमें विटामिन सी, विटामिन ए और बीटा कैरोटीन भारी मात्रा में होता है। इसके अंदर बिल्कुल भी कैलोरी नहीं होती इसलिये यह खराब कोलेस्ट्रॉल को नहीं बढ़ाती। यह शरीर को हार्ट अटैक, ओस्टीपुरोसिस, अस्थमा और मोतियाबिंद से लड़ने में सहायता भी करती है।
शिमला मिर्च चाहे जिस रंग कि हो उसमें विटामिन सी, विटामिन ए और बीटा कैरोटीन भारी मात्रा में होता है। इसके अंदर बिल्कुल भी कैलोरी नहीं होती इसलिये यह खराब कोलेस्ट्रॉल को नहीं बढ़ाती। यह शरीर को हार्ट अटैक, ओस्टीपुरोसिस, अस्थमा और मोतियाबिंद से लड़ने में सहायता भी करती है।