● जीवन में बड़ी खुशियां पाने के चक्कर में हम अक्सर छोटी-मोटी खुशियों को भी खो देते हैं। लेकिन अपनी सोच को थोड़ा बदलकर और कुछ उपायों को अपनाकर आप हमेशा खुश रह सकते हैं।
1) हमेशा खुश रहने के उपाय :-
जीवन में हम न जाने क्या-क्या पाने की आशा रखते हैं। अक्सर हम यह सोचते हैं कि अगर हमें यह हासिल हो जाये तो हम जीवन भर सुखी रहेंगे। लेकिन इस चक्कर में अक्सर हम छोटी-मोटी खुशियों को भी खो देते हैं। और फिर हमें घेर लेता है तनाव। असल में खुशी मनोस्थिति है। ओर अपनी सोच में जरा बदलाव कर आप खुश रह सकते हैं।
जीवन में हम न जाने क्या-क्या पाने की आशा रखते हैं। अक्सर हम यह सोचते हैं कि अगर हमें यह हासिल हो जाये तो हम जीवन भर सुखी रहेंगे। लेकिन इस चक्कर में अक्सर हम छोटी-मोटी खुशियों को भी खो देते हैं। और फिर हमें घेर लेता है तनाव। असल में खुशी मनोस्थिति है। ओर अपनी सोच में जरा बदलाव कर आप खुश रह सकते हैं।
2) हमेशा पॉजिटिव सोचें :-
सकारात्मता खुशी का पहला नियम है। नकारात्मकता व्यक्ति के तन और मन दोनों को प्रभावित करती है। अतीत से सीखें और भविष्य के प्रति आशांवित हों, लेकिन जियें हमेशा वर्तमान में। अतीत और भविष्य के बीच जो यह पल है वास्तव में वही तो जीवन है। अगर आप आज और अभी में नहीं जीते हैं तो आप अपने लिए केवल और केवल तनाव जमा कर रहे हैं। आपकी जिंदगी में चाहे कितनी भी बड़ी परेशानी आये , लेकिन आप अपनी सोच को हमेशा पॉजिटिव ही रखें। इससे आपकी जिंदगी में सकारात्मकता आएगी और आपको मुश्किलों से लड़ने की हिम्मत मिलेगी।
सकारात्मता खुशी का पहला नियम है। नकारात्मकता व्यक्ति के तन और मन दोनों को प्रभावित करती है। अतीत से सीखें और भविष्य के प्रति आशांवित हों, लेकिन जियें हमेशा वर्तमान में। अतीत और भविष्य के बीच जो यह पल है वास्तव में वही तो जीवन है। अगर आप आज और अभी में नहीं जीते हैं तो आप अपने लिए केवल और केवल तनाव जमा कर रहे हैं। आपकी जिंदगी में चाहे कितनी भी बड़ी परेशानी आये , लेकिन आप अपनी सोच को हमेशा पॉजिटिव ही रखें। इससे आपकी जिंदगी में सकारात्मकता आएगी और आपको मुश्किलों से लड़ने की हिम्मत मिलेगी।
3) जैसे है, खुद को वैसे ही स्वीकारें :-
आज आप जैसे है, अच्छे, बुरे, आकर्षक या नहीं, बिना कुछ सोचे, स्वयं को वैसे ही स्वीकारें। साथ ही यह भी मानें कि आप जो कुछ भी कर रहे हैं या कर सकते हैं, वह सबसे अच्छा और सर्वश्रेष्ठ है।
आज आप जैसे है, अच्छे, बुरे, आकर्षक या नहीं, बिना कुछ सोचे, स्वयं को वैसे ही स्वीकारें। साथ ही यह भी मानें कि आप जो कुछ भी कर रहे हैं या कर सकते हैं, वह सबसे अच्छा और सर्वश्रेष्ठ है।
4) ,दूसरों के लिए अच्छा करें :-
दूसरों के लिए कुछ अच्छा करने पर मिलने वाली खुशी वास्तव में जीवन की सबसे बड़ी खुशी होती है। फिर चाहे वह खुशी किसी वृद्ध को सड़क पार कराके मिली हो या किसी बैठने के लिए सीट देकर। ऐसी छोटी-छोटी चीजें आपको पल-पल की खुशी दे जाती हैं।
दूसरों के लिए कुछ अच्छा करने पर मिलने वाली खुशी वास्तव में जीवन की सबसे बड़ी खुशी होती है। फिर चाहे वह खुशी किसी वृद्ध को सड़क पार कराके मिली हो या किसी बैठने के लिए सीट देकर। ऐसी छोटी-छोटी चीजें आपको पल-पल की खुशी दे जाती हैं।
5) वर्तमान के बारे में सोचें :-
भविष्य में क्या होने वाला है, यह कोई नहीं जानता, लेकिन भविष्य की चिंता में आज मिलने वाली छोटी-छोटी खुशियों से हाथ न धो बैठें। पहले आप अपने वर्तमान को खुशहाल बनाएं, कल किसी ने नहीं देखा। अगर आप अपनी समस्या के बारे में हर पल नहीं सोचेंगे तो वे अपने आप ही छोटी और कम हो जाएंगी। तो फिर देर किस बात की, जैसा जीवन मिला है, उसे स्वीकारते हुए हर पल हर क्षण को खुश होकर जीना सीखिए।
भविष्य में क्या होने वाला है, यह कोई नहीं जानता, लेकिन भविष्य की चिंता में आज मिलने वाली छोटी-छोटी खुशियों से हाथ न धो बैठें। पहले आप अपने वर्तमान को खुशहाल बनाएं, कल किसी ने नहीं देखा। अगर आप अपनी समस्या के बारे में हर पल नहीं सोचेंगे तो वे अपने आप ही छोटी और कम हो जाएंगी। तो फिर देर किस बात की, जैसा जीवन मिला है, उसे स्वीकारते हुए हर पल हर क्षण को खुश होकर जीना सीखिए।
6) सुबह जल्दी उठें :-
सुबह जल्दी उठने से आप स्वयं को अधिक ऊर्जावान और खुश महसूस करेंगे। इसलिए सुबह जल्दी उठने की आदत डालें। इसलिए ऑलर्म अपनी फोन की जगह घड़ी में लगाये। क्योंकि यदि आपको फोन में स्नूज का बटन दबाने के स्थान पर उठकर अलॉर्म बंद करना पड़े, तो इस बात की संभावना अधिक है कि आप दोबारा नहीं सोएंगे।
सुबह जल्दी उठने से आप स्वयं को अधिक ऊर्जावान और खुश महसूस करेंगे। इसलिए सुबह जल्दी उठने की आदत डालें। इसलिए ऑलर्म अपनी फोन की जगह घड़ी में लगाये। क्योंकि यदि आपको फोन में स्नूज का बटन दबाने के स्थान पर उठकर अलॉर्म बंद करना पड़े, तो इस बात की संभावना अधिक है कि आप दोबारा नहीं सोएंगे।
7) खुश रहना आपका हक है :-
अगर आप सोचते हैं कि आपके जीवन में खुशी नहीं है तो वाकई ही खुश नहीं रह सकते। आप खुद को जिस तरह का संदेश देते हैं, आपका जीवन उसी तरह चलता है। अगर आप खुद को खुश रहने का हकदार नहीं समझते, तो आप खुश रहने की उम्मीद कैसे कर सकते हैं! इसलिए बेहतर होगा कि अपनी सोच बदलें और खुद से कहें कि आप खुश है और खुश रह सकते हैं।
अगर आप सोचते हैं कि आपके जीवन में खुशी नहीं है तो वाकई ही खुश नहीं रह सकते। आप खुद को जिस तरह का संदेश देते हैं, आपका जीवन उसी तरह चलता है। अगर आप खुद को खुश रहने का हकदार नहीं समझते, तो आप खुश रहने की उम्मीद कैसे कर सकते हैं! इसलिए बेहतर होगा कि अपनी सोच बदलें और खुद से कहें कि आप खुश है और खुश रह सकते हैं।
8) दूसरों से सहायता भी लें :-
अपनी हर समस्या को स्वयं दूर करने से कई बार जीवन में चिड़ाचिड़ापन आ जाता है। इसलिए अपनी समस्याओं हमेशा खुद से ही दूर करने की कोशिश न करें। आपकी जो समस्या है, उसे दूसरे से शेयर करें और मदद मांगें। क्योंकि हो सकता है कि दूसरा शायद आपको बेहतर और अच्छा रास्ता सुझाए। इसलिए मदद मांगने में पीछे न हटें।
अपनी हर समस्या को स्वयं दूर करने से कई बार जीवन में चिड़ाचिड़ापन आ जाता है। इसलिए अपनी समस्याओं हमेशा खुद से ही दूर करने की कोशिश न करें। आपकी जो समस्या है, उसे दूसरे से शेयर करें और मदद मांगें। क्योंकि हो सकता है कि दूसरा शायद आपको बेहतर और अच्छा रास्ता सुझाए। इसलिए मदद मांगने में पीछे न हटें।
9) जीवन को सराहें :-
जीवन में जो नहीं है उसको लेकर रोते रहने की जगह जो मिला है, उसका शुक्रिया अदा करें। खुश रहने के लिए अपनी जीवन की उपलब्धियों को सराहना भी सीखें। फिर चाहे वह आपका अच्छा स्वास्थ्य, नौकरी, अच्छा रहन-सहन, अच्छा घर व परिवार का पूरा सहयोग और प्यार हो। अगर ये सब बातें आपके जीवन में हैं, तो आपको अपने जीवन के प्रति शुक्रगुजार होना चाहिए।
जीवन में जो नहीं है उसको लेकर रोते रहने की जगह जो मिला है, उसका शुक्रिया अदा करें। खुश रहने के लिए अपनी जीवन की उपलब्धियों को सराहना भी सीखें। फिर चाहे वह आपका अच्छा स्वास्थ्य, नौकरी, अच्छा रहन-सहन, अच्छा घर व परिवार का पूरा सहयोग और प्यार हो। अगर ये सब बातें आपके जीवन में हैं, तो आपको अपने जीवन के प्रति शुक्रगुजार होना चाहिए।